कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के हनुमंत विहार में एक 72 वर्षीय वृद्ध कारोबारी साइबर ठगी का शिकार हो गए। लक्ष्मीकांत बाजपेई नामक यह पीड़ित नमक की फर्म चलाते हैं और उनका चालू खाता बैंक ऑफ बड़ौदा की नौबस्ता शाखा में है। हैरानी की बात ये है कि बिना किसी कॉल, मैसेज या ओटीपी के, उनके खाते से चार दिनों के भीतर करीब 3.95 लाख रुपये गायब हो गए।
29 जुलाई से 1 अगस्त के बीच उन्होंने खुद कोई लेन-देन नहीं किया था, लेकिन जब 2 अगस्त को खाता चेक किया तो रकम गायब पाई। पीड़ित का कहना है कि उन्हें किसी प्रकार का कोई संदेहजनक कॉल या मैसेज नहीं मिला, ना ही उन्होंने किसी को ओटीपी साझा किया। इसके बावजूद उनके खाते से रकम उड़ गई, जिससे वो हैरान और परेशान हैं।
रकम गायब होने की जानकारी मिलते ही लक्ष्मीकांत बाजपेई ने तुरंत साइबर सेल और थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब जांच के जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर बिना किसी जानकारी दिए फर्म के खाते से इतनी बड़ी रकम कैसे निकल गई।
यह घटना फिर एक बार यह चेतावनी देती है कि साइबर ठग अब पहले से भी ज्यादा शातिर हो चुके हैं और बैंक खातों को टारगेट करने के नए तरीके खोज रहे हैं। बैंक ग्राहकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की ज़रूरत है, वहीं प्रशासन से भी उम्मीद है कि वह ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई कर पीड़ितों को राहत दिलाए।